अशोक ठाकुर, बीजेपी
अशोक ठाकुर ने प्याज पर न्यूनतम निर्यात
मूल्य की शर्त समाप्त करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया और इसे किसानों के हित में किया गया फैसला बताया इस निर्णय के लिए
किसानों की ओर से प्रधानमंत्री एवं कृषि मंत्री का आभार भी प्रकट किया उन्होंने
कहा कि सरकार का ये फैसल प्याज उत्पादक किसानों के लिए बड़ी राहत लाने बाला है पहले
तो इस बर्ष के प्रारंभ में गैर मौसमी मुसलाधार बर्षा के कारण प्याज की फसल खराब
होने के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था जिसका फायदा विचौलियों ने उठाकर
प्याज के दाम आसमान पर पहुंचा दिए थे और सरकार को प्याज की कीमतों पर नियंत्रण करने
के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य तय करना पडा था उससे देः के अन्दर प्याज की कीमतें
तो निचे आ गयी थी परन्तु अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्याज की निरंतर आपूर्ति में बाधा
उत्पन्न होने के भारत से प्याज आयात करने बाले देशों की नजरों में भारत की साख में
भी गिरावट देखी गयी थी प्याज उत्पादक अन्य देशों जैसे की पाकिस्तान, चीन, एग्य्प्त
व इरान आदि देशों ने फायदा उठाकर अन्तरराष्ट्रीय बाजार में अपना प्रभाव जमा लिया
था जिसके कारण बर्तमान न्यूनतम निर्यात मूल्य में भारत के व्यापारी अंतर्राष्ट्रीय
बाजार में टिक नहीं पा रहे थे
दूसरी तरफ खरीफ की फसल में कम बर्षा एवं अनुकूल जलवायु के कारण प्याज
का बम्पर उत्पादन हुआ और बाजार में प्याज की आवक बड़ी तेजी बढ़ गयी साथ ही इस प्याज
की आयु भी कम है जिसके कारण इसका लम्बे समय तक भण्डारण करना संभव नहीं है इस
प्रकार निर्यात में गिरावट और बाजार में भारी आवक के कारणों से प्याज की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गयी
है प्याज उत्पादक किसानों, विशेषकर महाराष्ट्र में नासिक और उसके आसपास के जिलों,
को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है
पहले ही सूखे कारण किसानों के हालात ठीक नहीं थे और अब यदि इस नकदी
फसल में भी नुक्सान उठाना पड़ता तो किसान कहीं का भी नहीं रहेगा इसलिए मैं समझता
हूँ कि समय रहते लिया गया ये सरकार का निर्णय किसानों के हित में है और हम सब इसका
स्वागत करते हैं सरकार से हम ये भी आग्रह करते हैं कि यदि इस फैसले के बाद में
प्याज की कीमतें निचे बनी रहती हैं तो सरकार को निर्यात पर प्रोत्साहन राशी जारी
करने से भी पीछे नहीं हटना चाहिए ताकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हमारे व्यापारी
दुसरे उत्पादक देशों से प्रतिस्पर्धा कर सकें |